Custom
स्वागत
सम्बन्धित कार्य
प्रमाण पत्र
सुविचार
श्रीगणपतिसहस्त्रनामावलिः
ज्योतिष
वास्तु
चौघड़िया
परेशानी का कारण
जीवन की अवस्थाएं
चाणक्य नीति
सूक्ति वाक्य
मूलांक और व्यवसाय
राशियों से जुड़े नौकरी और व्यवसाय
दशम स्थान
सम्पर्क
आपकी राय
दुर्गा माँ मन्त्र
सिद्ध मन्त्र
भवानीभुजङ्गप्रयातस्तोत्रम्
Custom Page
दशम स्थान को ज्योतिष में कर्म भाव कहा जाता है, जो कि दैवी विकासात्मक योजना (Evolutionary Plan) का एक अंग है.यहाँ कर्म से तात्पर्य इन्सान के नैतिक अथवा अनैतिक, अच्छे-बुरे, पाप-पुण्य आदि कर्मों से है. दूसरे शब्दों में इन कर्मों का सम्बन्ध धर्म से, भावना से तथा उनकी सही अथवा गलत प्रकृति से है न कि पैसा कमाने के निमित किए जाने वाले कर्म(रोजगार) से.
आइये जाने धन प्राप्ति/शिक्षा/रोजगार के कुछ खास/महत्वपूर्ण करक योग---
इंजीनियरिंग शिक्षा के कुछ योग -
जन्म, नवांश या चन्द्रलग्न से मंगल चतुर्थ स्थान में हो या चतुर्थेश मंगल की राशि में स्थित हो।
मंगल की चर्तुथ भाव या चतुर्थेश पर दृष्टि हो अथवा चतुर्थेश के साथ युति हो।
मंगल और बुध का पारस्परिक परिवर्तन योग हो अर्थात मंगल बुध की राशि में हो अथवा बुध मंगल की राशि में हो।
चिकित्सक (डाक्टर )शिक्षा के कुछ योग -
जैमिनि सूत्र के अनुसार चिकित्सा से सम्बन्धित कार्यो में बुध और शुक्र का विशेष महत्व हैं। शुक्रन्दौ शुक्रदृष्टो रसवादी (1/2/86) - यदि कारकांश में चन्द्रमा हो और उस पर शुक्र की दृष्टि हो तो रसायनशास्त्र को जानने वाला होता हैं। बुध दृष्टे भिषक (1/2/87) - यदि कारकांश में चन्द्रमा हो और उस पर बुध की दृष्टि हो तो वैद्य होता हैं।
जातक परिजात (अ.15/44) के अनुसार यदि लग्न या चन्द्र से दशम स्थान का स्वामी सूर्य के नवांश में हो तो जातक औषध या दवा से धन कमाता हैं। (अ.15/58) के अनुसार यदि चन्द्रमा से दशम में शुक्र - शनि हो तो वैद्य होता हैं।
वृहज्जातक (अ.10/2) के अनुसार लग्न, चन्द्र और सूर्य से दशम स्थान का स्वामी जिस नवांश में हो उसका स्वामी सूर्य हो तो जातक को औषध से धनप्राप्ति होती हैं। उत्तर कालामृत (अ. 5 श्लो. 6 व 18) से भी इसकी पुष्टि होती हैं।
आइये जाने धन प्राप्ति/शिक्षा/रोजगार के कुछ खास/महत्वपूर्ण करक योग---
इंजीनियरिंग शिक्षा के कुछ योग -
जन्म, नवांश या चन्द्रलग्न से मंगल चतुर्थ स्थान में हो या चतुर्थेश मंगल की राशि में स्थित हो।
मंगल की चर्तुथ भाव या चतुर्थेश पर दृष्टि हो अथवा चतुर्थेश के साथ युति हो।
मंगल और बुध का पारस्परिक परिवर्तन योग हो अर्थात मंगल बुध की राशि में हो अथवा बुध मंगल की राशि में हो।
चिकित्सक (डाक्टर )शिक्षा के कुछ योग -
जैमिनि सूत्र के अनुसार चिकित्सा से सम्बन्धित कार्यो में बुध और शुक्र का विशेष महत्व हैं। शुक्रन्दौ शुक्रदृष्टो रसवादी (1/2/86) - यदि कारकांश में चन्द्रमा हो और उस पर शुक्र की दृष्टि हो तो रसायनशास्त्र को जानने वाला होता हैं। बुध दृष्टे भिषक (1/2/87) - यदि कारकांश में चन्द्रमा हो और उस पर बुध की दृष्टि हो तो वैद्य होता हैं।
जातक परिजात (अ.15/44) के अनुसार यदि लग्न या चन्द्र से दशम स्थान का स्वामी सूर्य के नवांश में हो तो जातक औषध या दवा से धन कमाता हैं। (अ.15/58) के अनुसार यदि चन्द्रमा से दशम में शुक्र - शनि हो तो वैद्य होता हैं।
वृहज्जातक (अ.10/2) के अनुसार लग्न, चन्द्र और सूर्य से दशम स्थान का स्वामी जिस नवांश में हो उसका स्वामी सूर्य हो तो जातक को औषध से धनप्राप्ति होती हैं। उत्तर कालामृत (अ. 5 श्लो. 6 व 18) से भी इसकी पुष्टि होती हैं।
Insert Sub Header Here
Insert descriptive text which supports the above header. Insert descriptive text which supports the above header.Insert descriptive text which supports the above header. Insert descriptive text which supports the above header.
Insert Another Sub Header Here
Insert descriptive text which supports the above header. Insert descriptive text which supports the above header.Insert descriptive text which supports the above header. Insert descriptive text which supports the above header.
Insert Another Sub Header Here
Insert descriptive text which supports the above header. Insert descriptive text which supports the above header.Insert descriptive text which supports the above header. Insert descriptive text which supports the above header.
Insert Another Sub Header Here
Insert descriptive text which supports the above header. Insert descriptive text which supports the above header.Insert descriptive text which supports the above header. Insert descriptive text which supports the above header.
Insert Another Sub Header Here
Insert descriptive text which supports the above header. Insert descriptive text which supports the above header.Insert descriptive text which supports the above header. Insert descriptive text which supports the above header.
Insert Another Sub Header Here
Insert descriptive text which supports the above header. Insert descriptive text which supports the above header.Insert descriptive text which supports the above header. Insert descriptive text which supports the above header.